आप्तवाणी-७ PDF
प्रस्तुत ग्रंथ आप्तवाणी-7 में परम पूज्य दादाश्री की जीवन-व्यवहार से संबंधित बातचीत और प्रश्नोतरी द्वारा की गई वाणी का संकलन किया गया है। ज्ञानीपुरुष जीवन के सामान्य से सामान्य घटनाओं को भी असाधारण दृष्टि और समझ से देखते हैं। ऐसी घटनाएँ सुज्ञ वाचक को जीवन-व्यवहार में एक नई ही दृष्टि और नई ही विचारश्रेणी देती है। अलग-अलग विषयों पर यहाँ वर्णन किया गया है उनमें से कई हमें विचलित कर दे ऐसे हैं, जैसे कि...

DadaBhagwan - आप्तवाणी-७

आप्तवाणी-७

DadaBhagwan

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StreetLib eBooks

Idioma
hindi
Formato
epub
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Descripción

प्रस्तुत ग्रंथ आप्तवाणी-7 में परम पूज्य दादाश्री की जीवन-व्यवहार से संबंधित बातचीत और प्रश्नोतरी द्वारा की गई वाणी का संकलन किया गया है। ज्ञानीपुरुष जीवन के सामान्य से सामान्य घटनाओं को भी असाधारण दृष्टि और समझ से देखते हैं। ऐसी घटनाएँ सुज्ञ वाचक को जीवन-व्यवहार में एक नई ही दृष्टि और नई ही विचारश्रेणी देती है। अलग-अलग विषयों पर यहाँ वर्णन किया गया है उनमें से कई हमें विचलित कर दे ऐसे हैं, जैसे कि जंजाली जीवन में जागृति, लक्ष्मी का चिंतवन, उलझनों में किस तरह शांतिपूर्वक रह सकें, टालो कंटाला, चिंता से मुक्ति, भय पर कैसे विजय पाएँ, कढ़ापा-अजंपा, शिकायतें, जीवन की अंतिम पलों में क्या होता है, क्रोध कषाय, अति गंभीर बीमारी में किस तरह समता रखें, पाप-पुण्य की परिभाषा, व्यवसाय-ऑफिस में रोज़मर्रा की समस्याओं का और इस तरह की जीवन में आती हुई कई परेशानियों का किस तरह हल करें। प्रस्तुत ग्रंथ में प्रकट ज्ञानीपुरुष की हृदयस्पर्शी वाणी का संकलन किया गया है कि जिसमें ऐसी कुछ घटनाओं को विगतवार प्रकाशित किया गया है, ताकि प्रत्येक सुज्ञ वाचक को खुद के जीवन-व्यवहार में एक नई ही दृष्टि, नये ही दर्शन से(समझ से) वैसे ही विचारक दशा की नई ही कड़ियों को खुली होने में मददरूप होगी, ऐसा अंतर-आशय है।

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